अमरीका से निपटने की कोशिशें तेज, बेस्ट फ्रेंड पुतिन से मिलने रूस पहुंचे चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग
मास्को। चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग ( Xi Jinping ) ने 5 जून से रूस की अपनी राजकीय यात्रा शुरू की। विशेष विमान से मॉस्को पहुंचे शी जिनपिंग का मॉस्को के व्योंका हवाईअड्डे पर भव्य स्वागत किया गया। उनके स्वागत के लिए मास्को हवाई अड्डे पर एक भव्य रस्म आयोजित हुई। हवाई अड्डे पर लैंड करते ही जिनपिंग रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ( Vladimir Putin ) से मिलने चले गए। शी ने चीन सरकार और चीनी जनता की ओर से रूस सरकार और रूसी जनता के प्रति सदिच्छा व्यक्त की और उनका अभिवादन किया। बता दें कि चीनी राष्ट्रपति चीन और रूस के बीच कूटनीतिक संबंधों की स्थापना की 70वीं वर्षगांठ मानाने के लिए रूस गए हैं।
बेस्ट फ्रेंड से मिलने पहुंचे शी जिनपिंग
अमरीका से चल रहे ट्रेडवार के बीच चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग रूस दौरे पर हैं। शी जिनपिंग चीनी राष्ट्रपति के रूप में दोबारा चुने जाने के बाद 5 जून को रूस की पहली राजकीय यात्रा पर गए हैं। वैसे तो इन दोनों नेताओं की केमिस्ट्री बेहद लाजवाब है और दोनों नेता पहले भी कई बार मिल चुके हैं, लेकिन चीनी राष्ट्रपति की इस यात्रा पर दुनिया भर की निगाह है। आपको बता दें कि शी जिनपिंग व्लादिमीर पुतिन को अपना सबसे अच्छा दोस्त मानते हैं। दोनों के बीच दोस्ती का आलम यह है कि दोनों नेता पिछले 6 साल 28 बार मिल चुके हैं।
चीनी राष्ट्रपति ने गाए रूस के गुण
अपने भावय स्वागत से अभिभूत होकर चीनी राष्ट्रपति ने कहा, "पुतिन मेरे सबसे करीबी दोस्त हैं। इनके साथ मेरा व्यक्तिगत संबंध है।" उसके बाद रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग के बीच क्रेमलिन में बैठक हुई। रूसी मीडिया में कहा जा रहा है कि शी जिनपिंग किसी भी अन्य देश की तुलना में रूस का दौरा सबसे अधिक करते हैं और इसकी वजह यह है कि व्लादिमीर पुतिन के साथ उनके व्यक्तिगत संबंध हैं। चीनी राष्ट्रपति ने मास्को में अपने रूसी समकक्ष के साथ वार्ता के बाद इस बात का खुलासा किया। शी ने पत्रकारों से कहा, "यह 2013 के बाद से रूस की मेरी आठवीं यात्रा है। रूस मेरे लिए सबसे अधिक देखा जाने वाला विदेशी राज्य है और राष्ट्रपति पुतिन मेरे सबसे करीबी मित्र और अच्छे सहयोगी हैं।"
अहम है यह दौरा
आपको बता दें कि चीनी राष्ट्रपति शी का यह दौरा ऐसे समय में हो रहा है जब अमरीका के साथ चीन की व्यापारिक तनातनी अपने चरम पर है। माना जा रहा है कि इस दौरे के बाद दोनों नेता अमरीका को बड़ा झटका देने वाला कोई फैसला कर सकते हैं। आपसी व्यापार के लिए अमरीकी मुद्रा डॉलर का प्रयोग बंद करने पर दोनों द्देशों के बीच सहमति हो सकती है। पुतिन-शी की बैठक के दौरान दोनों देश राष्ट्रीय मुद्राओं में द्विपक्षीय व्यापार के लिए सहमत हैं। शी की यात्रा के दौरान पहले चरण की बातचीत में यह सहमति व्यक्त की गई है कि रूस और चीन क्रमशः अमरीकी डॉलर से दूर हो जाएंगे और अपनी राष्ट्रीय मुद्राओं रूबल और युआन में द्विपक्षीय व्यापार विकसित करेंगे। इसके अतिरिक्त शांतिपूर्ण परमाणु निवेश और वैज्ञानिक सहयोग में कई प्रमुख सौदे भी एजेंडे में शामिल किए गए हैं। अपनी यात्रा के दौरान शी जिनपिंग 23वें सेंट पीटर्सबर्ग अंतर्राष्ट्रीय आर्थिक मंच में भाग लेंगे।
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