अब अर्थव्यवस्था पर असर डालने लगा किसान आंदोलन, रोज 3500 करोड़ का नुकसान- एसोचैम
नई दिल्ली.
कृषि कानूनों को लेकर किसानों और सरकार के बीच में रस्साकसी जारी है। अब इसका असर पंजाब, हरियाणा और हिमाचल जैसे राज्यों की अर्थव्यवस्था पर पड़ना शुरू हो गया है। एसोसिएटेड चेम्बर्स ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री ऑफ इंडिया (एसोचैम) ने दावा किया है कि किसानों के प्रदर्शन से हर दिन 3500 करोड़ रुपए का नुकसान हो रहा है।
दूसरी ओर, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किसान आंदोलन पर बोलते हुए कहा कि आजकल दिल्ली के आसपास किसानों को भ्रमित करने की बड़ी साजिश चल रही है। उन्हें डराया जा रहा है।
एसोचैम ने कहा कि पंजाब, हरियाणा और हिमाचल प्रदेश की अर्थव्यवस्था इंटरकनेक्टेड है। किसानों के आंदोलन से ट्रांसपोर्ट सिस्टम पर असर पड़ा है और सप्लाई चेन टूट गई है। इससे देश भर में फल और सब्जियों की कीमतें बढ़ रही हैं। वहीं, कंफेडरेशन ऑफ आल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) का अनुमान है कि आंदोलन की वजह से दिल्ली और आसपास के राज्यों में करीब 5000 करोड़ रुपए का कारोबार प्रभावित हुआ है। संगठन का कहना है कि वह किसानों की वाजिब मांग से सहानुभूति रखते हैं।
किसानों को भ्रमित करने की बड़ी साजिश : मोदी
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा है कि किसानों को भ्रमित करने की बड़ी साजिश चल रही है। उन्हें डराया जा रहा है कि नए कृषि सुधारों के बाद किसानों की जमीन पर दूसरे कब्जा कर लेंगे। विपक्षी दल इन्हें भडक़ा रहे हैं। किसानों के कंधे पर रख बंदूक चलाई जा रही है, लेकिन यही किसान इन शक्तियों को परास्त करेंगे। कच्छ के धोरडो में मंगलवार को तीन अहम प्रोजेक्ट का शिलान्यास करते हुए उन्होंने कहा कि किसानों की शंका के समाधान के लिए सरकार 24 घंटे तैयार है। मोदी ने कहा कि किसानों का हित पहले दिन से उनकी सरकार की सर्वोच्च प्राथमिक्ताओं में से एक रहा है।
अकाली का भाजपा पर बड़ा हमला
शिरोमणि अकाली दल के नेता सुखबीर सिंह बादल ने ट्वीटर पर वीडियो शेयर कर किसान आंदोलन को लेकर बीजेपी पर बड़ा हमला बोला, उन्होंने कहा कि देश में बीजेपी असली टुकड़े-टुकड़े गैंग है। बीजेपी ने राष्ट्रीय एकता को तार तार कर दिया है। बेशर्मी के साथ इन्होंने हिंदुओं को मुसलमानों के खिलाफ भड़काया और अब शांतिप्रिय पंजाबी हिंदुओं को सिखों, खास कर किसानों के खिलाफ भड़काने में जुटे हैं।वो लोग देशभक्त पंजाबियों को सांप्रदायिकता की आग में झोंक रहे हैं।
दिल्ली बॉर्डर पर आरएएफ तैनात
दिल्ली और उत्तर प्रदेश की सीमा पर एक बार फिर किसान प्रदर्शनकारियों और पुलिस के बीच खींचतान दिखी। चिल्ला बॉर्डर पर किसान दिल्ली की सीमा में घुसने लगे तो पुलिस सक्रिय हो गई। पुलिस ने नोएडा से दिल्ली के आवागमन को बंद कर दिया। मंगलवार को दिल्ली बॉर्डर पर आरएएफ की तैनात की गई हैं। वहीं, राजस्थान और हरियाणा के जयसिंहपुर- खेड़ा बॉर्डर पर किसानों का प्रदर्शन मंगलवार को तीसरे दिन भी जारी रहा।
प्रदर्शन में देशविरोधी ताकतों की तस्वीरें: गडकरी
केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने कहा कि कुछ ऐसे लोग हैं जो प्रदर्शन का गलत इस्तेमाल कर किसानों को बहका रहे हैं। नक्सल प्रभावित गढ़चिरौली जिले के एक व्यक्ति की फोटो इस आंदोलन में नजर आई। यह व्यक्ति फिलहाल जेल में बंद है। दिल्ली में देश विरोधी भाषण देने वालों की तस्वीरें भी प्रदर्शन में देखी गई। कुछ लोग जरूर हैं जो किसानों को बहकाने की कोशिश कर रहे हैं। मुझे लगता है कि यह गलत है।
अन्य प्रमुख बिंदु
- - कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने मंगलवार को आरोप लगाया कि केंद्र की भाजपा सरकार की नजर में आंदोलनकारी किसान ‘खालिस्तानी’ और पूंजीपति उसके ‘सबसे अच्छे दोस्त’ हैं।
- - दिल्ली में कृषि भवन में मेंबर्स ऑफ भारतीय किसान यूनियन (किसान) व कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर के बीच एक और बैठक।
- - गाजीपुर बॉर्डर: किसानों ने आज शाम दिल्ली जाने वाले इमरजेंसी वाहनों को भी रोकने का किया एलान
- - किसान नेता राकेश टिकैत ने कहा- कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर भी एक किसान हैं। उनके कृषि उत्पाद कितनी कीमत पर बेचे गए। सरकार को गांवों का दौरा कर किसानों के साथ बैठक करनी चाहिए।
- - सिंघू बॉर्डर पर प्रदर्शन कर रहे किसान सफाई नहीं होने से परेशान। वॉशरूम में पानी नहीं।
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