PM- Kisan योजना में स्पेलिंग मिस्टेक, किसानों को 42 हजार करोड का नुकसान!

नई दिल्ली। पूरा देश इन दिनों कोरोना वायरस ( coronavirus ) संकट से जूझ रहा है। इस महामारी के कारण देश में लॉकडाउन ( Lockdown ) लागू है। लॉकडाउन के कारण सबसे ज्याद गरीबों और किसानों ( Farmers ) को नुकसान पहुंचा है। इस मार से अभी कोई बाहर भी नहीं निकला था कि किसानों को एक और बड़ा झटका लगा है। दरअसल, प्रधानमंत्री-किसान योजना ( PM -Kisan Yojna ) में एक स्पेलिंग मिस्टेक ( Spelling Mistake ) के कारण करीब 42 हजार करोड़ रुपए की सहायता का नुकसान हुआ है।
जानकारी के मुताबिक, PM-Kisan स्कीम लेने वाले किसानों के नाम और उनके बैंक अकाउंट ( Bank Account ) नंबर में गड़बड़ी सामने आई है। बताया जा रहा है कि बैंक अकाउंट में जो कागजात जमा कराए गए हैं और अन्य कागजातों में जो नाम लिखे गए हैं उनमें स्पेलिंग अलग-अलग हैं। इस मिस्टेक के कारण स्कीम का ऑटोमेटिक सिस्टम उसे पास नहीं करता। एक रिपोर्ट के मुताबिक, इस तरह की गड़बड़ी तकरीबन 70 लाख किसानों के साथ हुई है और जबकि 60 लाख लोगों के आधार-कार्ड में गड़बड़ी बताई जा रही है।
रिपोर्ट के अनुसार, इस स्कीम के पैसे के लिए अप्लाई करने के बाद भी देश में तकरीबन 1.3 करोड़ किसान इस लाभ से वंचित हैं। गौरतलब है कि पीए-किसान योजना के तहत एक साल में किसानों को छह हजार रुपए दिए जाते हैं। रिपोर्ट में ये भी कहा गया है कि कई जिले तो ऐसे हैं जहां एक-एक लाख किसानों के डेटा का अब तक वेरीफिकेशन नहीं हो सका है।
गौरतलब है कि पीएम किसान स्कीम के तहत 75 हजार करोड़ रुपए का बजट आवंटित है। मोदी सरकार सालाना 14.5 करोड़ लोगों को पैसा देना चाहती है. लेकिन अब तक 9.68 करोड़ किसानों को ही पैसा मिल सका है। लेकिन, एक गड़बड़ी से अब तक काफी संख्याओं में किसानों का नुकसान पहुंचा है और अब तक 42 हजार करोड़ रुपए का लाभ नहीं मिल सका है।
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