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Coronavirus: भारत में मानसून ला सकता है कोरोना की दूसरी लहर, वैज्ञानिकों का दावा

नई दिल्ली।
Coronavirus: भारत में मानसून सीजन ( Monsoon 2020 ) कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर ला सकता है। वैज्ञानिकों ने दावा किया है कि देश में लॉकडाउन ( Lockdown ) खत्म होने के बाद कोरोना ( COVID-19 ) मामलों में गिरावट देखने को मिल सकती है, लेकिन मानसून ( Monsoon in India ) के दौरान इन मामलों में वृद्धि हो सकती है। जुलाई या अगस्त के अंत में कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर देखने को मिल सकती है। हालांकि, वैज्ञानिकों का कहना है कि यह इस बात पर निर्भर करेगा कि लॉकडाउन खत्म होने के बाद सोशल डिस्टेंसिंग का कितना पालन किया जा रहा है। बता दें कि लॉकडाउन के बावजूद कोरोना मामलों में इजाफा हो रहा है। अब तक 700 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है। जबकि, 23 हजार से ज्यादा मामला सामने आ चुके है।

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कोरोना मामलों में होगी गिरावट
शिव नडार विश्वविद्यालय के गणित विभाग के एसोसिएट प्रोफेसर समित भट्टाचार्य कहा कि, भारत में कोरोना मामलों की गति एक स्थिति में पहुंच गई है। आने वाले कुछ सप्ताह बाद कोरोना के मामलों में गिरावट हो सकती है। । इसके बावजूद एक बार अचानक संक्रमण के मामले बढ़ सकते हैं। यही संक्रमण का दूसरा दौर होगा।

जुलाई-अगस्त में दूसरी लहर
भारत में मानसून के दौरान कई जगहों पर फ्लू सीजन शुरू होते हैं। वैज्ञानिकों का मानना है कि इस दौरान हमें फ्लू के लक्षणों के शुरुआती संकेतों को नजरअंदाज नहीं करना होगा। लक्षणों के बावजूद, हमें लोगों की पहचान करने और वृद्धि को नियंत्रित करने के लिए हॉटस्पॉट में परीक्षण बढ़ाने की आवश्यकता है। कोरोना के आम फ्लू जैसे लक्षण होने के कारण इसका खतरा बढ़ जाता है। जुलाई या अगस्त के अंत तक विशेष सावधानियां बरतनी होगी।

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बता दें कि इस सप्ताह IISc और TIFR शोधकर्ताओं ने एक अध्ययन जारी किया है। इस शोध को बेंगलुरु और मुंबई में किया गया है, जिसमें कोविड-19 के आइसोलेशन केस, क्वारंटाइन, सोशल डिस्टेंसिंग और विभिन्न पोस्ट-लॉकडाउन प्रतिबंधों जैसी रणनीतियों के प्रभाव का विश्लेषण किया गया है। उन्होंने कहा है कि सार्वजनिक स्वास्थ्य को तब तक खतरा बना रहेगा, जब तक कि पूरी तरीके से ट्रेस करने, आइसोलेशन और नए संक्रमणों को रोकने के लिए कदम नहीं उठाए जाते हैं।



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