विक्की कौशल को याद आती है बचपन वाली दिवाली, इस बार फैमली के साथ करेंगे सेलिब्रेट
बॉलीवुड एक्टर विक्की कौशल ने अपनी हाल ही में रिलीज हुई फिल्म ‘सरदार उधम’ से एक बार फिर साबित कर दिया कि वो मौजूदा वक्त में बॉलीवुड के सबसे प्रतिभाशाली अभिनेताओं में से एक हैं। उनकी इस फिल्म को आलोचकों ने जमकर सराहा। फिल्म की कामयाबी ने विक्की कौशल के लिए इस दिवाली को और भी खास बना दिया है। नेशल अवार्ड विनर एक्टर का कहना है कि वह नए जोश और उमंग के साथ फेस्टिवल का आनंद लेने के लिए पूरी तरह से तैयार हैं। वह अपनी फैमली के साथ इस त्यौहार को मनाएंगे।
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साल 2015 में फिल्म मसान से अपने फिल्मी करियर की शुरुआत करने वाले विक्की कौशल अपने फैमली के बेहद करीब हैं। वे पूरी कोशिश करते हैं कि फेस्टिवल के मौके पर वो अपने परिवार और दोस्तों के साथ रहें। विक्की कौशल ने एचटी को दिए गए अपने इंटरव्यू में कहा, ‘पिछले साल हमने वीडियो कॉल्स पर दिवाली मनाई थी। सौभाग्य से, इस साल, हम एक नए जीवन शैली की ओर बढ़ रहे हैं, जहां चीजें सामान्य स्थिति की ओर बढ़ रहे हैं। लिहाजा, मुझे फेस्टिवल्स और भी उत्साहित कर रहे हैं। हम सभी एक बार फिर से एकजुट होकर दिवाली को मनाएंगे।
दिवाली के दिन अपने प्लान के बारे में विक्की बताते हैं, ‘पिछले कुछ समय से मैं अपनी फैमली और दोस्तों के साथ हूं। यह बहुत अच्छा है कि हमारे पुराने समय फिर से वापस लौट रहे हैं। एक छत के नीचे, सबके साथ दिवाली मनाने का मजा ही अलग है।
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दिवाली का नाम सुनते ही विक्की कौशल पुरानी यादों में खो जाते हैं। अपने बचपन के दिनों को याद करते हुए 33 साल के अभिनेता कहते हैं, ‘ मैं बचपन से ही मराठी समाज से जुड़ा रहा हूं। हम सुबह से ही दिवाली मनाना शुरू कर देते थे। नए कपड़े पहनकर पूजा करते थे. उसके बाद, अपने दोस्तों के घर जाते थे। अब दोस्तों के घर जाना नहीं हो पता, मगर एक अच्छी बात यह है कि अब भी हमलोगों में उतना ही प्यार है।
फिल्म ‘सरदार उधम’ की कामयाबी पर विक्की कौशल का कहना है , ‘फिल्म में उनके काम को सराहा गया है यह मेरे लिए बड़ी बात है. सफलता आपके अंदर आत्मविश्वास भरता है। जब आपनी फिल्म के लिए इतनी मेहनत करते हैं। सारी ताकत झोंक देते हैं, तो फिर दर्शकों का प्यार तो मिलना ही है। इस फिल्म ने मुझे आगे अच्छी कहानी और महान फिल्मकारों के साथ काम करने के लिए प्रेरित किया है।
‘सरदार उधम’ को 94वें अकादमी पुरस्कारों के लिए शॉर्टलिस्ट किया गया था. मगर अंतिम रूप से नहीं चुनी जा सकी। इस बात से विक्ली कौशल निराश नहीं है। वे कहते हैं, ‘देश में फिल्म विशेषज्ञों की कमिटी है और वे अपना काम अच्छी तरह से जानते हैं। उन्होंने जो फिल्में शॉर्टलिस्ट की थीं, वो दुनिया के सामने भारत का प्रतिनिधित्व करने में सक्षम थे। हम उनके फैसले का सम्मान करते हैं।
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