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कोरोना वायरस की तीसरी लहर का खतरा, स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने बताया दिल्ली में कब लगेगा लॉकडाउन

नई दिल्ली। कोरोना वायरस की तीसरी लहर ( Coronavirus Third Wave ) की आहट के बीच केंद्र से लेकर राज्य सरकारों तक सभी अलर्ट हैं। कई राज्यों में इसको लेकर सख्त कदम उठाने शुरू भी कर दिए गए हैं। केरल, महाराष्ट्र, कर्नाटक जैसे राज्यों में इसको लेकर चिंता बढ़ने भी लगी है। वहीं दूसरी लहर में बुरी तर प्रभावित राजधानी दिल्ली भी तीसरी लहर से निपटने के लिए अभी से तैयारी में जुटी है।

इस बीच स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ( Satyendra Jain ) का बड़ा बयान सामने आया है। सत्येंद्र जैन ने बताया कि दिल्ली में दोबारा लॉकडाउन ( Lockdown ) किन परिस्थितियों में लगाया जा सकता है।

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स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन का कहना है कि कोरोना की तीसरी लहर से निपटने के लिए सरकार पीएसए प्लांट लगवा रही है। वहीं आईसीयू और वेंटिलेटर बेड बढ़ाने पर काम तेजी से चल रहा है।

दिल्ली सरकार के अस्पतालों में बुनियादी स्वास्थ्य ढ़ांचा बढ़ाने पर सबसे अधिक जोर है। भारतीय वाणिज्य एंव उद्योग मंडल (एसोचैम) की ओर से आयोजित एक वर्चुअल सत्र में उन्होंने कहा कि, सरकार ने दूसरी लहर के अनुभव से सीखा है और किसी भी संभावित लहर से निपटने के लिए सभी आवश्यक उपाय कर रही है।

...तो लगा देंगे लॉकडाउन
स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने कहा कि अगली लहर के खिलाफ अपनी योजना को भी सार्वजनिक किया है। अगर कोविड की सकारात्मकता दर अब 5 फीसदी तक जाती है तो हम बिना किसी देरी के तत्काल लॉकडाउन के लिए जाएंगे।

सत्येंद्र जैन ने साफ किया कि संक्रमण दर बढ़ने के बाद किसी भी तरह लापरवाही बरती नहीं जाएगी। तुरंत कड़े फैसले लिए जाएंगे,लॉकडाउन भी इसी कड़ी में शामिल होगा।
स्वास्थ्य मंत्री ने बताया कि आगामी लहर के लिए 37 हजार से अधिक बिस्तरों की व्यवस्था की जा रही है।

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3 फीसदी के बाद जारी होगा अलर्ट
स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि दिल्ली में कोरोना की दर तीन फीसदी से अधिक होने पर अलर्ट जारी होगा। फिलहाल यह दर 0.09 फीसदी के आसपास है।

बनाए गए 50 से अधिक ऑक्सीजन प्लांट
सत्येंद्र जैन ने ये भी कहा कि सिर्फ ऑक्सीजन और इसे प्राप्त करने के लिए लॉजिस्टिक की कमी की वजह से चुनौतयों का सामना करना पड़ा, लेकिन अब 50 से अधिक ऑक्सीजन प्लांट पहले ही बना दिए हैं। इसके आलावा और भी कई ऑक्सीजन प्लांट बनाए जाएंगे ताकि ऐसी समस्या का फिर से न उठे।



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