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मानसून सत्र में मोदी सरकार को घेरने के लिए कांग्रेस की नई रणनीति, 'G-23' नेताओं को सौंपी महत्वपूर्ण जिम्मेदारी

नई दिल्ली। कांग्रेस ने बड़ी घोषणा करते हुए कहा है कि पश्चिम बंगाल कांग्रेस के अध्यक्ष अधीर रंजन चौधरी ही लोकसभा में पार्टी का नेतृत्व करेंगे। असम के पूर्व मुख्यमंत्री तरुण गोगोई के पुत्र गौरव गोगोई को उनका असिस्टेंट बनाया गया है। इसके साथ ही कांग्रेस ने मानसून सत्र के दौरान लोकसभा और राज्यसभा में मोदी सरकार को घेरने के लिए नई रणनीति बनाई है। पार्टी ने लोकसभा और राज्यसभा के लिए दो अलग-अलग समूहों का गठन किया है। दोनों समूहों को पार्टी के अंदर बेहतर तालमेल बनाए रखने के साथ-साथ अन्य विपक्षी दलों के साथ भी लगातार समन्वय बनाए रखने की जिम्मेदारी सौंपी गई है। ये दोनों समूह संसद सत्र के दौरान प्रतिदिन आपस में मिलेंगे तथा कांग्रेस पार्टी की रणनीति पर चर्चा करेंगे।

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कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने इन समूहों में G-23 के कई नेताओं को महत्वपूर्ण जिम्मेदारी सौंपी हैं। उल्लेखनीय है कि जी-23 ग्रुप में कांग्रेस के उन असंतुष्ट नेताओं को शामिल माना जाता है जो पार्टी में बदलाव चाहते हैं। इनके अलावा पूर्व केन्द्रीय गृहमंत्री पी. चिदंबरम, मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह, मनीष तिवारी तथा अम्बिका सोनी जैसी वरिष्ठ नेताओं को भी टीम में शामिल किया गया है। शशि थरूर और मनीष तिवारी को लोकसभा में सात सदस्यीय ग्रुप का मेंबर बनाया गया है।

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राज्यसभा के ग्रुप में आनंद शर्मा, जयराम रमेश, अम्बिका सोनी, पी चिदंबरम, दिग्विजय सिंह और के सी वेणुगोपाल को जोड़ा गया है। इस ग्रुप की अध्यक्षता मल्लिकार्जुन खड़गे करेंगे जबकि आनंद शर्मा उन्हें असिस्ट करेंगे। लोकसभा के लिए बनाए गए ग्रुप की जिम्मेदारी वरिष्ठ कांग्रेस नेता अधीर रंजन को दी गई है, उनके साथ डिप्टी के रूप में गौरव गोगोई होंगे तथा शशि थरूर, मनीष तिवारी, के. सुरेश, रवनीत बिट्टू और मनिकम टैगोर टीम में शामिल रहेंगे।

जरूरत पड़ने पर दोनों समूहों की मीटिंग वरिष्ठ कांग्रेसी नेता मल्लिकार्जुन खड़गे की अध्यक्षता में बुलाई जाएगी और कांग्रेस की रणनीति पर विचार किया जाएगा। दोनों कमेटियों की ज्वॉइंट मीटिंग में ही तय किया जाएगा कि पार्टी कब, कहां पर कौनसे मुद्दे उठाएगी।



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