Breaking News

लॉकडाउन के दौरान पुलिस ने भुवनेश्वर-कटक में शुरू की डोरस्टेप एफआईआर सेवा

नई दिल्ली। देशभर में महामारी कोरोना वायरस का कहर जारी है। कोरोना की दूसरी लहर में तबाही मचा रखी है। बेकाबू महामारी पर लगाम लगाने के लिए सभी राज्य अपने स्तर पर हर संभव कोशिश कर रहे है। कई राज्यों में लॉकडाउन और कर्फ्यू लगा हुआ है। कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए ओडिशा की नवीन पटनायक सरकार ने 5 मई से 14 दिनों के लिए लॉकडाउन लगाने का ऐलान किया है। तालाबंदी शुरू होने से एक दिन पहले पुलिस कमिश्नर ने मंगलवार को भुवनेश्वर और कटक के निवासियों के लिए डोरस्टेप एफआईआर सेवा शुरू की है। भुवनेश्वर पुलिस उपायुक्त (डीसीपी) यूएस दास ने यह जानकारी दी है।

 

यह भी पढ़ें :— मौत का तांडव: बेंगलुरु में नहीं बची अंतिम संस्कार की जगह, श्मशानों के बाहर लगे 'हाउस फुल' के बोर्ड

पुलिस कर्मी शिकायत दर्ज करने आए घर
भुवनेश्वर पुलिस उपायुक्त दास ने बताया कि लोगों को शिकायत के निवारण के लिए डोरस्टेप एफआईआर से उनको घरों से बाहर जाने से बचने में मदद मिलगी। लोग 100 नंबर पर कॉल करके अपनी शिकायत दर्ज कर सकते है। इसके बाद नजदीकी पुलिस स्टेशिन के कर्मी शिकायत दर्ज करने के लिए उनके घर पहुंचेंगे। उन्होंने कहा कि वे स्थानीय पुलिस स्टेशन के प्रभारी निरीक्षक को भी बुला सकते है।

यह भी पढ़ें :— RBI को मिला चौथा डिप्टी गवर्नर, टी रविशंकर ने संभाली कमान

व्हाट्सएप या ई-मेल पर मिलेगी एफआईआर की कॉफी
लोगों को एफआईआर की कॉपी इलेक्ट्रॉनिक रूप से व्हाट्सएप या ई-मेल से दी जाएगी। डीसीपी दास ने कहा कि डोरस्टेप एफआईआर सेवा से लोगों को फायदा होगा। लोग डकैती, चोरी, या किसी अन्य अपराधों के बारे में अब घर बैठे अपनी शिकायत दर्ज करा सकेंगे।

यह भी पढ़ें :— देश का पहला मामला: शेर भी कोरोना की चपेट में, हैदराबाद के चिड़ियाघर में 8 एशियाई शेर पॉजिटिव

20 प्लाटून और 200 पुलिस अधिकार शहर रहेंगे तैनात
फोन पर लोगों से प्राप्त शिकायतों की जांच में किसी भी तरह की कोई कमी नहीं होगी। इसके जवाब में डीसीपी ने कहा कि पुलिस के कुल 20 प्लाटून (1 प्लाटून में 30 कर्मी शामिल हैं) और 200 पुलिस अधिकारी शहर में होंगे। उन्होंने कहा कि छूट प्राप्त श्रेणी के व्यक्तियों को लॉकडाउन के दौरान शहर में विभिन्न स्थानों पर जाने की अनुमति दी जाएगी। इसलिए उनकों अपने संगठनों द्वारा प्रदान किए गए पहचान पत्र को दिखाना होगा। अगर किसी के पास लॉकडाउन के दौरान घर से बाहर जाने के लिए संबंधित व्यक्ति के उद्देश्य को प्रमाणित करने वाले दस्तावेज नहीं है। ऐसे स्थित में व्यक्ति 100 नंबर पर कॉल कर सकते है। डीसीपी ने कहा कि आपको जितना कम हो सके उतना कम घर से बाहर निकले।



from Patrika : India's Leading Hindi News Portal
Read The Rest:patrika...

No comments