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एडवांस मॉनसून: इंतजार खत्म, तेलुगु राज्यों के लिए अच्छी खबर

नई दिल्ली। अरब सागर उठे चक्रवाती तौकटे तूफान ने केरल, कर्नाटक, गोवा और गुजरात को प्रभावित किया। महाराष्ट्र और गुजरात सहित कई राज्यों में कहर बरपा कर धीरे-धीरे कमजोर होकर थम रहा है। भारतीय मौसम विभाग ने दो तेलुगु राज्यों के लिए अच्छी खबर दी है। भारतीय मौसम विज्ञान के विभाग के अनुसार, इस साल की शुरुआत में दक्षिण-पश्चिम मानसून के देश में प्रवेश करने की उम्मीद है। ये पांच दिन पहले केरल के तट से टकराने वाले थे। मौसम विभाग ने कहा कि शनिवार तक दक्षिण-पश्चिम मानसून दक्षिणी अंडमान सागर और उससे सटे दक्षिण-पश्चिमी बंगाल की खाड़ी में प्रवेश करेगा।

महीने के अंत में केरल में देगा दस्तक
मौसम विभाग के अधिकारियों ने कहा कि दक्षिण पश्चिम मानसून के इस महीने के अंत तक केरल में दस्तक देने की संभावना है। फिर वे सक्रिय रूप से आगे बढ़ेगा और निर्धारित समय सीमा से पहले दक्षिणी राज्यों में विस्तार करेंगे। उन्होंने कहा कि दक्षिण-पश्चिम मानसून केरल से सटे कर्नाटक, माहे और लक्षद्वीप को प्रभावित करेगा और इस महीने की 27 तारीख के बाद उन चार स्थानों पर भारी बारिश की कोई संभावना नहीं है।

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21 और 22 मई को भारी बारिश की संभावना
अगले सप्ताह में मानसून के आंध्र प्रदेश और तेलंगाना को प्रभावित करने की संभावना है। इनके प्रभाव से दो तेलुगु राज्यों में जल्दी बारिश होने की संभावना है। मौसम विभाग ने कहा कि दक्षिण पश्चिम मानसून सक्रिय है और इसकी जलवायु अनुकूल है। इसके अलावा कर्नाटक, केरल, माहे के तटीय इलाकों और दक्षिणी भीतरी इलाकों में 21 और 22 मई को भारी बारिश की संभावना है। उन्होंने कहा कि इनका असर रायलसीमा के कुछ हिस्सों में छिटपुट से मध्यम बारिश की संभावना है।

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24 तारीख को बदल सकता है तूफान में
वहीं, मौसम विभाग के अधिकारियों ने कहा कि बंगाल की खाड़ी में एक और कम दबाव का क्षेत्र निश्चित नजर आ रहा है। अगले 24 घंटों में अंडमान सागर से टकराने की संभावना है और इस महीने की 24 तारीख तक तूफान में बदल जाएगा। इसे चक्रवात यास के नाम से जाना जाता है। मौसम विभाग ने कहा कि यह इस महीने की 26 तारीख को ओडिशा और पश्चिम बंगाल के बीच तट पर पहुंचेगा। कहा जाता है कि यह उत्तर-पश्चिम दिशा में आगे बढ़ रहा है। इसका सबसे ज्यादा असर उत्तरांचल के जिलों, ओडिशा और पश्चिम बंगाल में पड़ेगा।



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