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देश के 12 राज्यों में कोरोना के मामलों में आई मामूली गिरावट, संक्रमण चक्र को तोड़ने की जरूरत

नई दिल्ली। कोरोना की दूसरी लहर पूरे देश में कहर बरपा रही है। मगर कुछ राज्यों में आने वाले दैनिक मामलों में स्थिरता के प्रारंभिक संकेत मिले हैं। केंद्र सरकार ने चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि दिल्ली और महाराष्ट्र के बाद अब संक्रमण के मामले दूसरे राज्यों में तेजी से बढ़ रहे हैं। ऐसे में संक्रमण चक्र को तोड़ने की आवश्यकता होगी।

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स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल का कहना है कि दिल्ली, छत्तीसगढ़, महाराष्ट्र, पंजाब, झारखंड और उत्तर प्रदेश में कोविड-19 के दैनिक मामलों में स्थिरता के मामूली संकेत मिल रहे हैं। वहीं बिहार, राजस्थान, हरियाणा, तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश, केरल, कर्नाटक और पश्चिम बंगाल जैसे राज्यों में दैनिक मामलों में लगातार वृद्धि हो रही है।

दो मई तक मिले गिरावट के संकेत

दिल्ली में 24 अप्रैल को संक्रमण के 25,294 हजार मामले सामने आए थे। वहीं दो मई को 24,253 मामले मिले। इसी तरह महाराष्ट्र में 24 अप्रैल को संक्रमण के 65,442 मामले सामने आए, वहीं दो मई को 56,647 नए मामले सामने आए हैं। छत्तीसगढ़ को देखें तो 29 अप्रैल को 15,583 मामले थे,वहीं दो मई को 14,087 मामले सामने आए। इस तरह कुछ गिरावट दमन और दीव, गुजरात, झारखंड, लद्दाख, लक्षद्वीप, मध्य प्रदेश, पंजाब, तेलंगाना, उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड में भी देखने को मिली है।

लेह, छिंदवाड़ा, गुना में गिरावट के संकेत

अग्रवाल ने बताया कि जिलों के अनुसार देखें तो छत्तीसगढ़ के दुर्ग, गरियाबंद, रायपुर, राजनांदगांव, मध्य प्रदेश के छिंदवाड़ा, गुना, शाजापुर, लद्दाख के लेह और तेलंगाना के निर्मल में बीते 15 दिनों में संक्रमण के मामलों में गिरावट आई है। वहीं महाराष्ट्र के 12 जिलों में बीते 15 दिन में गिरावट आई है। उन्होंने कहा कि अभी ये सिर्फ प्रारंभिक संकेत हैं और इनके आधार पर स्थिति का विश्लेषण करना कठिन होगा।

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एक लाख से अधिक सक्रिय मामले

अग्रवाल के अनुसार जिला और राज्य स्तर पर रोकथाम के प्रयासों को जारी हैं। हम इस बढ़त को बरकरार रखते हुए मामलों पर लगाम लगाने की कोशिश में हैं। उन्होंने कहा कि 12 राज्य ऐसे हैं जहां उपचाराधीन रोगियों की संख्या एक लाख से ज्यादा है। इनमें महाराष्ट्र, गुजरात, दिल्ली, हरियाणा, उत्तर प्रदेश, बिहार, पश्चिम बंगाल, छत्तीसगढ़, आंध्र प्रदेश, कर्नाटक, केरल, तमिलनाडु शामिल हैं।

यहां पर मामले तेजी से बढ़े

उन्होंने कहा कि अंडमान निकोबार, आंध्र प्रदेश, अरुणाचल प्रदेश, असम, बिहार, गोवा, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश, जम्मू- कश्मीर, कर्नाटक, केरल, मणिपुर, मिजोरम, नागालैंड, मेघालय, ओडिशा, पुडुचेरी, राजस्थान, सिक्किम, तमिलनाडु, त्रिपुरा और पश्चिम बंगाल में दैनिक मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। अग्रवाल ने कहा कि अभी कई अन्य स्तरों पर विश्लेषण करना बाकी है। सरकार उन क्षेत्रों में अपने प्रयासों को बढ़ाएगी,जहां से मामले सामने आए रहे हैं।



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