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मानवीय परीक्षण: 130 सेंटर पर दी गई पहली को-वैक्सीन, एस्ट्राजेनेका की वैक्सीन में गड़बड़ी, फिर होंगे ट्रायल

नई दिल्ली.

ब्रिटिश फार्मा कंपनी एस्ट्राजेनेका और ऑसफोर्ड यूनिवर्सिटी द्वारा तैयार की जा रही कोरोना वैक्सीन के परीक्षण परिणामों में गड़बड़ी पाई गई है। कंपनी ने खुद उत्पादन में गलती को स्वीकार किया है। वैक्सीन के परिणामों पर सवाल उठ रहे हैं। कंपनी के शेयरों में 0.8 फीसदी की गिरावट लंदन में देखी गई है।

उसके बाद कंपनी के सीईओ पास्कल सीरिओट ने कहा कि हमने आंकड़ों में बेहतर परिणाम का अनुभव किया है, लेकिन हमें इसको दोबारा अध्ययन करने की जरूरत है। हम अंतरराष्ट्रीय स्तर पर दोबारा ट्रायल करेंगे।

उन्होंने कहा कि वैसे,, परिणाम बेहतर हैं, ऐसे में हम कम मरीजों पर जल्दी ट्रायल करेंगे और यह प्रक्रिया काफी तेजी से पूरी की जाएगी। इधर, भारत बायोटेक की को— वैक्सीन का ह्यूमन क्लीनिकल ट्रायल देश के भीतर शुरू हो गया है। गुजरात समेत देश के 130 सेंटर पर पहली डोज दी गई है। एम्स में खुद डॉ. एमवी पदम श्रीवास्तव ने पहला डोज लिया।

आधी खुराक ज्यादा कारगर कैसे?

जिन लोगों को दो खुराक पूरी दी गई थी, उनकी अपेक्षा वो लोग ज्यादा सुरक्षित थे जिन्हें आधी खुराक दी गई। कंपनी ने घोषणा की थी कि आधी व पूरी खुराक लेने वाले लोगों की संख्या 2800 से कम थी। दो खुराक पूरी लेने वालों की संख्या 8900 थी।



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