Breaking News

PM Modi आज करेंगे अटल सुरंग का उद्घाटन, अब मनाली और लेह के बीच दूरी हो जाएगी 46KM कम

नई दिल्ली। सामरिक दृष्टि से अति महत्वपूर्ण अटल सुरंग का आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ( pm modi ) सुबह 10 बजे हिमाचल प्रदेश के रोहतांग में उद्घाटन करेंगे। यह दुनिया की सबसे लंबी राजमार्ग सुरंग है। इसकी खासियत यह है कि हर मौसम में खुली रहेगी। विभागीय अधिकारियों के मुताबिक लाहौल स्पीति के सीसू में उद्घाटन समारोह के बाद मोदी सोलांग घाटी में एक सार्वजनिक कार्यक्रम में हिस्सा लेंगे। प्रधानमंत्री के साथ रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह भी मौजूद होंगे।

मनाली और लेह पहुंचने में 4 घंटे कम समय लगेगा

अटल सुरंग के उद्घाटन से पहले पीएम मोदी ने ट्वीट कर लिखा है कि अटल टनल चालू होने से इस इलाके में कनेक्टिविटी की सबसे बड़ी समस्या का हमेशा के लिए हल हो जाएगा। इस सुरंग के कारण मनाली और लेह के बीच की दूरी 46 किलोमीटर कम हो जाएगी। दूरी में कमी आने का क्षेत्र के लोगों को सबसे बड़ा लाभ यह मिलेगाकि अब उन्हें मनाली और लेह के बीच दूरी तय करने में चार से पांच घंटे कम समय लगेगा।

हर मौसम में खुली रहेगी अटल टनल

अटल सुरंग दुनिया में सबसे लंबी राजमार्ग सुरंग है। यह 9.02 किलोमीटर लंबी सुरंग मनाली को वर्ष भर लाहौल स्पीति घाटी से जोड़े रखेगी। यह घाटी करीब छह महीने तक भारी बर्फबारी के कारण देश के शेष हिस्से से कटी रहती थी। लेकिन यह घाटी हर मौसम में खुली रहेगी।

ICMR ने कोरोना के इलाज का ढूंढा निकाला नया नुस्खा, जानवरों के ब्लड सीरम से बनाई ये दवा

समुद्र तल से इसकी ऊंचाई 3,000 मीटर

अटल सुरंग हिमालय के पीर पंजाल पर्वत श्रृंखला के बीच अति आधुनिक तकनीकी के आधार पर समुद्र तल से लगभग 3,000 मीटर की ऊंचाई पर बनाया गया है। उद्घाटन से पहले पीएम मोदी 3 अक्टूबर को कुल्लू जिले में हिम एवं हिमस्खलन अध्ययन प्रतिष्ठान पहुंचेंगे। वहां पर सीमा सड़क संगठन (बीआरओ) के गेस्ट हाउस में ठहरेंगे और अधिकारियों के साथ बातचीत करेंगे।

वाहनों की गति 80 किलोमीटर

विभागीय अधिकारियों से मिली जानकारी के मुताबिक घोड़े की नाल के आकार वाली सुरंग में आठ मीटर चौड़ी सड़क है और इसकी ऊंचाई 5.525 मीटर है। उन्होंने बताया कि 3,300 करोड़ रुपए की कीमत से बनी सुरंग देश की रक्षा के नजरिए से बहुत महत्वपूर्ण है। अटल सुरंग का डिजाइन प्रतिदिन 3,000 कारों और 1500 ट्रकों के लिए तैयार किया गया है। टनल के अंदर वाहनों की अधिकतम गति 80 किलोमीटर प्रति घंटे की होगी।

कांग्रेस को मिला शिवसेना का साथ, Sanjay Raut बोले - राहुल गांधी का कॉलर पकड़ना लोकतंत्र का गैंगरेप

बता दें कि अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार ने रोहतांग दर्रे के नीचे सामरिक रूप से महत्वपूर्ण इस सुरंग का निर्माण कराने का निर्णय किया था। सुरंग के दक्षिणी पोर्टल पर संपर्क मार्ग की आधारशिला 26 मई, 2002 को रखी गई थी। मोदी सरकार ने दिसंबर,2019 में पूर्व प्रधानमंत्री के सम्मान में सुरंग का नाम अटल सुरंग रखने का निर्णय लिया था।



from Patrika : India's Leading Hindi News Portal
Read The Rest:patrika...

No comments