Advocate Babar Qadri ने 3 दिन पहले बताया था खुद की जान को बताया था खतरा, हुर्रियत पर उठाए थे सवाल

नई दिल्ली। जम्मू-कश्मीर में आतंकी हमलों का सिलसिला जारी है। गुरुवार को श्रीनगर में संदिग्ध आतंकवादियों ने एक 40 वर्षीय एडवोकेट की उनके घर पर गोली मारकर हत्या कर दी। एडवोकेट बाबर कादरी ( Advocate Babar Qadri ) की हत्या करने के बाद हमलवार मौके से फरार हो गए। एडवोकेट कादरी टीवी समाचार चैनलों पर बहसों में अक्सर दिखते थे। वह समाचार पत्रों में नियमित रूप से लेख लिखते थे।
जम्मू-कश्मीर पुलिस ने बताया कि घटना के तत्तकाल बाद बाबर कादरी को गंभीर हालत में एसकेआईएमएस अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। कादरी पिछले 24 घंटों में आतंकवादियों द्वारा मारे जाने वाले दूसरे व्यक्ति हैं। इससे पहले बुधवार की रात बडगाम जिले में एक ब्लॉक डेवलपमेंट काउंसिल के चेयरमैन भूपिंदर सिंह की भी आतंकियों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी।
बता दें कि 3 दिन पहले अधिवक्ता ने एक स्क्रीनशॉट ट्वीट किया था। अपने ट्विट में उन्होंने जम्मू-कश्मीर पुलिस को जानकारी दी थी कि कोई फेसबुक यूजर उनके खिलाफ गलत अभियान चला रहा है।
Jammu Kashmir: बारामूला में Army जवानों की पेट्रोलिंग पार्टी पर आतंकी हमला, Soldier घायल
पुलिस से की थी एफआईआर दर्ज करने की मांग
एडवोकेट बाबर कादरी ने अपने आखिरी ट्वीट में लिखा था कि मैं राज्य पुलिस प्रशासन से शाह नजीर के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने का आग्रह करता हूं। शाह नजीर पर उन्होंने गलत दुष्प्रप्रचार फैलाने का आरोप लगाया था। उन्होंने आखिरी ट्विट में लिखा था कि शाह नजीर लोगों को इस बारे में बरगला रहे हैं कि मैं एजेंसियों के लिए काम करता हूं। इससे मेरी जान को खतरा हो सकता है।
मौत से पहले का वीडियो आया सामने
टीवी चैनलों पर बहस में दिखने वाले कादरी का हत्या से कुछ घंटे पहले भी एक वीडियो भी सामने आया है। अपने वीडियो में वह बार एसोसिएशन कश्मीर के अध्यक्ष मियां कयूम के बारे में जिक्र कर रहे थे। जानकारी के मुताबिक कयूम गिलानी के नेतृत्व वाले हुर्रियत के समर्थक हैं।
बाबर कादरी ने कयूम पर कश्मीरी युवाओं को बेवजह भड़काने, बंदूक उठाने, और अजादी के लिए उकसाने का आरोप लगाया था। साथ ही बाबर कादरी खुद भी कई बार अपने भारत विरोधी बयानों के लिए चर्चा में आ चुके हैं।
Jammu Kashmir: आतंकी हमलों से BJP नेताओं में दहशत, 24 घंटे में चार ने दिया पार्टी से इस्तीफा
उमर अब्दुल्ला ने जताया शोक
जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने इस हमले की निंदा की है। उन्होंने कहा कि यह एक दुखद घटना है। अफसोस की बात है कि चेतावनी देने के बाद भी पुलिस उन्हें सुरक्षा नहीं दे पाई।
from Patrika : India's Leading Hindi News Portal
Read The Rest:patrika...
No comments