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Facebook पर BJP नेताओं को 'हेट स्पीच'की छूट देने से चर्चा में Ankhi Das, जानिए कौन हैं?

नई दिल्ली। कोरोना वायरस संकट ( coronavirus crisis ) के बीच देश में Facebook पर 'हेट स्पीच' मामले को लेकर सियासत गरमा गई है। एक इंटरनेशनल मीडिया हाउस के मुताबिक, बीजेपी (BJP) नेताओं के द्वारा फेसबुक पर 'हेट स्पीच' (Hate Speech) के मामले में सख्ती नहीं बरती जा रहा है। दावा किया गया है कि कारोबार प्रभावित न हो इसके लिए सत्तारूढ़ पार्टी के नेताओं पर फेसबुक की ओर से कार्रवाई नहीं की जाती है। इस नये विवाद में जो एक नाम सुर्खियों में हैं, वह है अंखी दास ( Ankhi Das ) का। अंखी दास फेसबुक कंपनी की सीनियर इंडिया पॉलिसी एग्जीक्युटिव हैं। आइए, जानते हैं कौन हैं अंखी दास...

कौन हैं अंखी दास?

अंखी दास ( Ankhi Das ) मूलरूप से पश्चिमम बंगाल ( West Bengal ) की रहने वाली हैं। वर्तमान में वह फेसबुक पब्लिक पॉलिसी ( Facebook Public Policy India ) इंडिया, साउथ और सेन्ट्रल इंडिया की हेड हैं। साल 2011 से अंखी दास इस पोस्ट पर हैं। अंखी दास के पास पब्लिक पॉलिसी का 15 साल का अनुभव है। फेसबुक से पहले अंखी दास माइक्रोसॉफ्ट ( Microsoft ) के लिए काम कर चुकी हैं। अंखी दास माइक्रोसॉफ्ट इंडिया में सार्वजनिक नीति, कानूनी और कॉर्पोरेट मामलों के निदेशक के रूप में काम कर कर चुकी हैं। उनके पास कंपनी के लिए रणनीतिक सार्वजनिक नीति परियोजनाओं और नियामक मामलों को संभालने के लिए जिम्मेदार थी। अंखी दास ने कोलकाता यूनिवर्सिटी के लोरेटो कॉलेज ( Loreto College ) से स्नातक की पढ़ाई की है। इसके बाद उन्होंने दिल्ली स्थिति जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (JNU) से इंटरनेशनल रिलेशन (IR) और पॉलिटिकल साइंस ( Political Science ) मास्टर्स किया है।

ये है मामला

यहां आपको बता दें कि अंखी दास ( Ankhi Das ) को लेकर जो विवाद खड़ा हुआ है, उसमें कहा गया है कि उन्होंने अपने कर्मचारियों से कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ( PM Narendra Modi ) की पार्टी के नेताओं पर कार्रवाई न की जाए, क्योंकि इससे कंपनी के कारोबार को नुकसान पहुंच सकता है। हालांकि, फेसबुक ( Facebook ने इन आरोपों को निराधार बताया है। जबिक, अंखी दास ने कोई प्रतिक्रिया देने से इनकार कर दिया है। वहीं, इस पूरे मामले पर कांग्रेस ( Congress ) ने फेसबुक और बीजेपी (BJP) पर निशाना साधा है। कांग्रेस मीडिया के एक सदस्य ने इस मामले को लेकर अंखी दास से मुलाकात की भी की थी। लेकिन, परिणाम कुछ भी नहीं निकला। दरअसल, मामला उस वक्त सामने आया जब कहा गया कि तेलंगाना से बीजेपी विधायक टी राजा सिंह ने मुस्लिम समुदाय के खिलाफ पोस्ट किए थे, जिसमें आतंरिक समीक्षा प्रक्रिया को अंखी दास ने बाधित किया था।



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