हैदराबाद गैंगरेप केस: पुलिस भी नहीं सकी मुख्य आरोपी का यह खतरनाक प्लान, ऐसे दिया था चकमा
नई दिल्ली। हैदराबाद में एक महिला डॉक्टर के साथ गैंगरेप और उसकी हत्या से देश में हड़कंप मच गया है। इस घटना की गूंज संसद तक में सुनाई दी। इस मामले में चार लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है। पुलिस पूछताछ के दौरान पकड़े गए आरोपी एक के बाद एक कई चौंकाने वाला खुलासे कर रहे हैं। वहीं, अब जो खुलासा हुआ है जिसके बारे में सुनकर सब भौचक्के रह गए हैं।
जानकारी के मुताबिक, वारदात के 48 घंटे पहले गैंगरेप का मुख्य आरोपी मोहम्मद आरिफ पुलिस के हत्थे चढ़ा था। बताया जा रहा है कि आरिफ पिछले कुछ सालों से बिना कागजात के गाड़ी चला रहा था। 24 नवंबर देर रात वह गाड़ी लेकर जा रहा था और महबूब नगर के पास चेकिंग के दौरान पुलिस ने उसे रोका। लेकिन, जैसे ही आरोपी ने पुलिस को देखा उसने अपनी गाड़ी को खराब कर दिया। एक मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, अस्टिटेंट मोटर व्हिकल्स इंस्पेक्टर चिरंजीवी ने बताया कि कागजात नहीं होने के कारण पुलिस ने आरोपी के ट्रक को सीज करने का फैसला किया। लेकिन, आरोपी ने चालबाजी के साथ ट्रक का सेल्फस्टार्ट केबल ही हटा दिया, जिससे ट्रक स्टार्ट न हो सके। पुलिस ने काफी कोशिश की कि ट्रक स्टार्ट हो जाए, लेकिन उन्हें कामयाबी नहीं मिली। लिहाजा, उनकी टीम दूसरी जगह चली गई। उन्होंने कहा कि जब वह वापस आए तो आरोपी ट्रक समेत फरार हो गया था।
इसके बाद महबूबनगर से आरोपी एक पेट्रोल पंप के पास गए और वहां अपना ट्रक खड़ा कर दिया। यहां से चेन्नाकेसवुलू ने ट्रक चलाया, जबकि नवीन बाइक से चल दिया। रैकल टोल प्लाजा के पास आरोपियों ने स्टील चेनलों को 4 हजार रुपयों में बेच दिया और फरार हो गए। हालांकि, 26 नवंबर को चारों शम्शाबाद पहुंचे और सड़क के किनारे ट्रक खड़ा करके उसके अंदर सो गए। अगले दिन सुबह 9 बजहे पुलिस की एक टीम वहां आई और आरोपियों से ट्रक हटाने को कहा। इसके बाद शाम को इस संगीन वारदात को अंजाम दिया गया।
from Patrika : India's Leading Hindi News Portal
Read The Rest:patrika...
No comments