चंद्रयान-2 के बाद ISRO का बड़ा कदम- अब अंतरिक्ष में भारत का अपना स्टेशन

नई दिल्ली। चंद्रमा पर दिन निकलने के साथ ही लैंडर विक्रम से जगी संपर्क की उम्मीदों के बीच भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान केंद्र (ISRO) ने बड़ी ऐलान किया है।
एक साथ कई बड़े प्रोजेक्ट्स पर काम करे इसरो प्रमुख के. सिवन ने एक ऐसे प्रोजेक्ट के बारे में जानकारी साझा किया है, जो इसरो ने अपने इतिहास में कभी नहीं किया।
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दरअसल, इसरो प्रमुख डॉ. सिवन ने जानकारी देते हुए बताया कि भारतीय स्पेस एजेंसी अब अंतरिक्ष में भारत के अपना स्टेशन बनाने जा रही है।
इसके साथ ही अंतरिक्ष में अगले साल स्पेस डॉकिंग एक्सपेरिमेंट भी किया जाएगा। उन्होंने बताया कि इस प्रयोग के लिए इसरो एक पीएसएलवी रॉकेट की मदद से 2 सैटेलाइट्स को अंतरिक्ष में भेजेगा।
इसरो प्रमुख ने बताया कि ये दोनों सैटेलाइट मॉड्यूल कुछ इस तरह से डिजाइन किए जाएंगे कि अंतरिक्ष में रॉकेट से बाहर आने के बाद ये एक दूसरे से जुड़ पाएंगे।
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इसरो चीफ ने बताया कि इनके जुड़ने की प्रक्रिया ठीक उसी तरह होगी, जैसे बिल्डिंग कंस्ट्रक्शन के समय एक ईंट को दूसरी ईंट से जोड़ा जाता है।
उन्होंने कहा अगर यह प्रयोग सफल होता है तो हम स्पेस स्टेशन में आवश्यक उपकरणों और वस्तुओं के साथ ही अंतरिक्ष यात्रियों को भी सुरक्षित तरीके से पहुंचा सकेंगे।

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