नवजोत सिंह सिद्धू का इस्तीफा मंजूर, सीएम अमरिंदर सिंह ने राज्यपाल को भेजा

नई दिल्ली। पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ( Cm amarinder singh ) ने नवजोत सिंह सिद्धू ( Navjot Singh Sidhu Resign ) का इस्तीफा मंजूर कर लिया है। अब सिद्धू पंजाब कैबिनेट ( Punjab Cabinet ) का हिस्सा नहीं हैं। सीएम अमरिंदर सिंह ने सिद्धू का इस्तीफा मंजूर करने के बाद राज्यपाल वीपी सिंह बदनौर को भेज दिया है।
सिद्धू के इस्तीफे को मंजूर करने के लिए तीन से चार मंत्रियों का सीएम अमरिंदर पर लगातार दबाव बना हुआ था।
यही नहीं सिद्धू भी अपने इस्तीफे पर अड़े हुए थे। लिहाजा मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने उनका इस्तीफा मंजूर कर लिया।
सिद्धू के इस्तीफे पर आज फैसला ले सकते हैं सीएम अमरिंदर सिंह, तीन दिन से हो रहा इंतजार
Punjab: CM Amarinder Singh accepts Navjot Sidhu's resignation
— ANI Digital (@ani_digital) July 20, 2019
Read @ANI story | https://t.co/qfuRblyPgV pic.twitter.com/NCB4K0wrTT
5 दिन का लगा समय
सिद्धू का इस्तीफा मंजूर करना मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह के लिए इतना आसान नहीं था।
नवजोत सिंह सिद्धू ने 15 जुलाई को सीएम अमरिंदर सिंह को अपना इस्तीफा भेज दिया था।
बावजूद इसके सीएम अमरिंदर को सिद्धू के इस्तीफे पर फैसला लेने में 5 दिन का समय लग गया।
छठवें दिन सिद्धू के इस्तीफे को मंजूर किया गया।
सिद्धू के इस्तीफे पर फैसला लेने में इसलिए वक्त लगा क्योंकि सिद्धू कैबिनेट में तीसरे नंबर के वरिष्ठ नेता थे।
यही नहीं सिद्धू पर सीधे आलाकमान का भी हाथ था। इनमें राहुल गांधी और प्रियंका गांधी प्रमुख रूप से शामिल हैं।
इसके अलावा सिद्धू के साथ पंजाब कैबिनेट के कुछ मंत्री भी थे। जो चाहते थे कि वे मंत्रिमंडल में बने रहें।
ऐसे में सीएम अमरिंदर सिंह को बाकी सबको राजी करने में खासी मशक्कत करनी पड़ी।
Punjab Chief Minister Captain Amarinder Singh accepts Navjot Singh Sidhu’s resignation as State Minister. CM has forwarded his resignation to Governor of Punjab Vijayender Pal Singh Badnore. pic.twitter.com/oOTWCLbgDm
— ANI (@ANI) July 20, 2019
टकराए दोनों के अहम
पंजाब कांग्रेस में शामिल होते ही नवजोत सिंह सिद्धू और कैप्टन अमरिंदर के बीच अहम की अंदरूनी लड़ाई शुरू हो गई थी।
समय-समय पर दोनों नेताओं ने इसे अपने-अपने अंदाज में जाहिर भी किया।
कभी सिद्धू ने अपना कैप्टन राहुल गांधी को कहा तो कभी अमरिंदर ने चुनाव में मिल रही हार के लिए सिद्धू को ही पूरी तरह जिम्मेदार बताया।
बहरहाल दोनों के बीच टकराव उस वक्त खुलकर सामने आया जब लोकसभा चुनाव के बाद पंजाब कैबिनेट के फेर-बदल में 6 जून को सीएम अमरिंदर सिंह ने नवजोत सिंह सिद्धू से स्थानीय निकाय विभाग वापस ले लिया था और उनको ऊर्जा विभाग सौंपा था।
इसी बदलाव को लेकर सिद्धू खफा हो गए और आलाकमान के आगे अपनी नाराजगी जाहिर भी की।
लंबी खींचतान के बाद आखिरकार सिद्धू ने पंजाब कैबिनेट से इस्तीफा देने का मन बना लिया।
सिद्धू ने 14 जुलाई को ट्विटर के जरिये अपने इस्तीफे को साझा किया था।
इसमें उन्होंने बताया कि वह 10 जून को ही अपना इस्तीफा राहुल गांधी को सौंप चुके हैं।
हालांकि सिद्धू के इस ट्वीट पर भी बवाल मचा कि आखिर उन्होंने अपना इस्तीफा राहुल गांधी को क्यों सौंपा।
प्रदेश के मुख्यमंत्री या फिर राज्यपाल को क्यों नहीं दिया।
इसके बाद सिद्धू ने 15 जुलाई को अपना इस्तीफा सीएम को भी भेज दिया।
बताया जा रहा है कि सिद्धू के इस्तीफा देने के बाद इस मामले में प्रियंका गांधी ने भी हस्तक्षेप किया लेकिन दोनों के बीच चल रही अहम की लड़ाई और सिद्धू के रवैये को देखते हुए सीएम ने इस्तीफे को मंजूर कर लिया।

नवजोत सिंह सिद्धू के पुराने दफ्तार से फाइलें गायब, 1,144 करोड़ के घोटाले की फाइल भी गुम
अब आगे क्या?
पंजाब कैबिनेट से इस्तीफे के बाद नवजोत सिंह सिद्धू को नई जिम्मेदारी सौंपी जा सकती है।
दरअसल कैप्टन अमरिंदर सिंह पहले से ही कहते आ रहे हैं कि आलाकमान सिद्धू को केंद्रीय राजनीति से जोड़ लें।
कांग्रेस भी सिद्धू जैसे फायर ब्रांड नेता को खोना नहीं चाहती है।
लिहाजा हो सकता है कि सिद्धू को नई जिम्मेदारी के तहत केंद्रीय राजनीति से जोड़ा जाए या फिर पंजाब में ही कोई महत्वपूर्ण भूमिका दी जाए।
from Patrika : India's Leading Hindi News Portal
Read The Rest:patrika...
No comments