सामने आई लापता वायुसेना के AN-32 विमान हादसे की तस्वीर, Mi- 17s से सर्च ऑपरेशन शुरू

नई दिल्ली। भारतीय वायुसेना के लापता विमान AN-32 विमान हादसे की तस्वीर सामने आ गई है। अरुणाचल प्रदेश के लिपो से करीब 16 किलोमीटर दूर घने जंगलों के बीच विमान का मलबा देखा गया है। फिलहाल, वायुसेना की टीम इन मलबों की जांच कर रही है। वहीं, सर्च ऑपरेशन का दायरा बढ़ दिया गया है। लापता विमान को ढूंढने के लिए भारतीय सेना के Mi- 17s और एडवांडस लाइट हेलिकॉप्टर्स का इस्तेमाल किया जा रहा है।
Rescue operation by helicopters commences at the crash site of IAF's AN-32. Mi17s, & Advanced Light Helicopters (ALH) of Indian Army are being utilised. (File pic) pic.twitter.com/YFpyw8cdez
— ANI (@ANI) June 12, 2019
घने जंगलों के बीच दिखा विमान का मलबा
जानकारी के मुताबिक, मंगलवार को वायुसेना की टीम ने AN-32 के टुकड़ों को लिपो नाम की जगह से 16 किलोमीटर उत्तर के जंगलों में देखा। यह इलाका तकरीबन 12 हजार फीट की ऊंचाई पर मौजूद है। मलबे का पता IAF के Mi-17 हेलीकॉप्टर ने लगाया है और अब ज्यादा बड़े इलाके में खोजबीन की जा रही है।

सर्च ऑपरेशन हुआ तेज
मलबे को लेकर अभी ज्यादा जानकारी नहीं दी गई है। सर्च ऑपरेशन को और तेज कर दिया गया है और विमान के बचे हुए हिस्सों का पता लगाया जा रहा है। IAF के मुताबिक विमान में सवार लोगों की हालत जानने और बचे हुए लोगों की तलाश के प्रयास किए जा रहे हैं।
विमान की तलाश के लिए तीन खोज दल बनाए गए थे। इनमें शि-योमी जिले का सेना का एक दल शामिल था। सेना की ओर से कई संभावित जगहों की ट्रैकिंग की जा रही थी। पुलिस, सेना और भारतीय वायुसेना का एक संयुक्त प्रयास दल अरुणाचल प्रदेश के सियांग जिले में लगभग 2,500 वर्ग किलोमीटर के क्षेत्र में दुर्घटनाग्रस्त स्थान की खोज कर रहा था।

तीन जून को लापता हुआ था विमान
गौरतलब है कि बीते 3 जून को असम के जोरहाट से AN-32 परिवहन विमान ने अरुणाचल प्रदेश के लिए उड़ान भरी थी। बाद में इसका संपर्क टूट गया और यह लापता हो गया। इसके बाद लापता विमान की तलाश में वायुसेना के बाद नौसेना, थल सेना, रॉ, एनएसए, सैटेलाइट, इसरो समेत अत्याधुनिक तकनीक का सहारा लिया जा रहा था।
विमान के लापता होने की संभवता लोकेशन पर मौजूद घने जंगलों और खराब मौसम के चलते तलाशी अभियान में बाधा आ रही थी। गौरतलब है कि लापता विमान में कुल 13 लोग सवार थे।

इससे पहले 2016 में वायुसेना का यही AN-32 विमान चेन्नई से अंडमान एवं निकोबार द्वीप समूह के लिए उड़ा। हालांकि, बंगाल की खाड़ी में यह विमान लापता हो गया। इस विमान में 29 लोग सवार थे। उस विमान का आज तक पता नहीं चला।
वहीं, 1986 में रूस से ओमान होकर भारत आने के दौरान एक AN-32 विमान अरब सागर के ऊपर गायब हो गया था। उस वक्त इन विमानों की रूस से भारत में डिलीवरी हो रही थी। लापता हुए इस विमान या उसमें सवार लोगों का आज तक सुराग नहीं लगा।
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